नया दिन, नया विचार
आपका चिंतन सद् चिंतन की प्रेरणा देता है.न पत्नी को ठुकराना चाहिये और न ही माँ को.माँ को पत्नी भी अपने माँ माने,ऐसा प्यार और विश्वास पत्नी को ससुराल में मिले तो वह परिवारधन्य हो जायेगा. वीना जी आपका मेरे ब्लॉग पर इंतजार ही.
कृपया ही को है पढियेगा जी.
आपका चिंतन सद् चिंतन की प्रेरणा देता है.
जवाब देंहटाएंन पत्नी को ठुकराना चाहिये और न ही माँ को.
माँ को पत्नी भी अपने माँ माने,ऐसा प्यार और
विश्वास पत्नी को ससुराल में मिले तो वह परिवार
धन्य हो जायेगा.
वीना जी आपका मेरे ब्लॉग पर इंतजार ही.
कृपया ही को है पढियेगा जी.
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