शुक्रवार, 20 जुलाई 2012

आज का चिंतन

क्रोध कभी भी बिना कारण नहीं होता, लेकिन कदाचित ही यह कारण सार्थक होता है.
.... बेंजामिन फ्रेंकलिन 

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