हर कोई प्रतिभाशाली होता है. लेकिन अगर आप मछली को उसकी पहाड़ पर चढ़ पाने की क्षमता से आंकेंगे तो वह जीवन भर अपने आप को नालायक ही मानती रहेगी. ........अल्बर्ट आइन्स्टाइन
इस संसार में जहाँ ईश्वर अर्थात सत्य के सिवा कुछ भी निश्चित नहीं है, निश्चितता का विचार करना ही दोषमय प्रतीत होता है. यह सब जो हमारे आसपास दीखता है और होता है सो अनिश्चित है, क्षणिक है. ......महात्मा गाँधी