सद् वचन
नया दिन, नया विचार
रविवार, 10 जुलाई 2011
आज का चिंतन - लोक निंदा
लोक निंदा का भय इसलिए है कि हमें बुरे कार्यों से बचाती है. अगर वह कर्तव्य में बाधक हो, तो उससे डरना कायरता है.
1 टिप्पणी:
Roshi
10 जुलाई 2011 को 12:56 pm बजे
satya bachan
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satya bachan
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