सद् वचन
नया दिन, नया विचार
रविवार, 17 जुलाई 2011
आज का चिंतन - अमृत और मृत्यु
अमृत और मृत्यु, दोनों इस शरीर में स्थिर हैं. मनुष्य मोह से मृत्यु और सत्य से अमृत को प्राप्त होता है.
......अज्ञात
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें