सद् वचन
नया दिन, नया विचार
शनिवार, 1 अक्तूबर 2011
आज का चिंतन
"सेवा करने वाले हाथ स्तुति करने वाले होठों की अपेक्षा अधिक पवित्र हैं." (संकलित)
1 टिप्पणी:
Patali-The-Village
1 अक्तूबर 2011 को 8:16 am बजे
बहुत सही बात कही है आपने| धन्यवाद|
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बहुत सही बात कही है आपने| धन्यवाद|
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