सद् वचन
नया दिन, नया विचार
सोमवार, 31 अक्तूबर 2011
आज का चिंतन
कई ने घर त्याग दिए, कई वनवास करने लगे, यदि चंचल मन नियंत्रित न हुआ तो सब विफल है, कहीं भी सुख नहीं मिलेगा. (संकलित)
1 टिप्पणी:
Vivek Jain
1 नवंबर 2011 को 1:39 am बजे
Nice thought,
thanks,
विवेक जैन
vivj2000.blogspot.com
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Nice thought,
जवाब देंहटाएंthanks,
विवेक जैन vivj2000.blogspot.com