सद् वचन
नया दिन, नया विचार
मंगलवार, 20 दिसंबर 2011
आज का चिंतन
ज्ञान से भी ज्यादा कल्पना का महत्व है. ज्ञान की सीमा है, जबकि कल्पना की कोई भी सीमा नहीं है. वह अगाध है. (संकलित)
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