हर कोई प्रतिभाशाली होता है. लेकिन अगर आप मछली को उसकी पहाड़ पर चढ़ पाने की क्षमता से आंकेंगे तो वह जीवन भर अपने आप को नालायक ही मानती रहेगी. ........अल्बर्ट आइन्स्टाइन
इस संसार में जहाँ ईश्वर अर्थात सत्य के सिवा कुछ भी निश्चित नहीं है, निश्चितता का विचार करना ही दोषमय प्रतीत होता है. यह सब जो हमारे आसपास दीखता है और होता है सो अनिश्चित है, क्षणिक है. ......महात्मा गाँधी
अपनी सामर्थ्य का पूर्ण विकास न करना दुनियां में सबसे बड़ा अपराध है. जब आप अपनी पूर्ण क्षमता के साथ कार्य निष्पादन करते हैं, तब आप दूसरों की सहायता करते हैं. ........रोजर विलियम्स
धन से आजतक किसी को खुशी नहीं मिली और न ही मिलेगी. जितना अधिक व्यक्ति के पास धन होता है, वह उससे कहीं अधिक चाहता है. धन रिक्त स्थान को भरने के बजाय शून्यता को पैदा करता है.