सद् वचन
नया दिन, नया विचार
सोमवार, 5 सितंबर 2011
आज का चिंतन - मोह
जीवन एक यात्रा है। यात्रा में हम रास्ते की वस्तुओं और लोगों से मोह नहीं पालते। इसलिये वास्तविक जीवन में वस्तुओं और लोगों से मोह कैसा ?
2 टिप्पणियां:
ZEAL
5 सितंबर 2011 को 8:53 am बजे
Beautiful thought Veena ji
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Roshi
5 सितंबर 2011 को 12:30 pm बजे
youn hi moh ho jata hai manav swabhav hi ais ahai
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Beautiful thought Veena ji
जवाब देंहटाएंyoun hi moh ho jata hai manav swabhav hi ais ahai
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