सद् वचन
नया दिन, नया विचार
मंगलवार, 13 सितंबर 2011
आज का चिंतन - अपमान
मृत्यु का दुःख तो अल्प समय तक ही रहता है, परन्तु अपमान का आघात हर समय चोट करने वाला होता है.
2 टिप्पणियां:
Unknown
13 सितंबर 2011 को 7:39 am बजे
बहुत खूब |
मेरी नई रचना देखें-
**मेरी कविता:राष्ट्रभाषा हिंदी**
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
Sunil Kumar
13 सितंबर 2011 को 11:28 am बजे
सत्य वचन ....
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
टिप्पणी जोड़ें
ज़्यादा लोड करें...
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
बहुत खूब |
जवाब देंहटाएंमेरी नई रचना देखें-
**मेरी कविता:राष्ट्रभाषा हिंदी**
सत्य वचन ....
जवाब देंहटाएं