अपना गम ले के कहीं और न जाया जाए,
घर में बिखरी हुई चीजों को सजाया जाए.
घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो यूं कर लें,
किसी रोते हुए बच्चे को हंसाया जाए.
.......निदा फाज़ली
घर में बिखरी हुई चीजों को सजाया जाए.
घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो यूं कर लें,
किसी रोते हुए बच्चे को हंसाया जाए.
.......निदा फाज़ली
अच्छे शेर है।
जवाब देंहटाएंKya bat ...Sunder soch...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रेरणादायक विचार|
जवाब देंहटाएंbahut hi sunder .prerna dayak vichar
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