सद् वचन
नया दिन, नया विचार
गुरुवार, 30 जून 2011
आज का चिंतन - संतोष
अपनी डिगनिटी को बनाये रखने के लिए मैं सदा संतोष की धूप में खड़ा रहता हूँ और स्वयं को इच्छाओं की छाया से दूर रखता हूँ.
...........ब्रह्मकुमार
2 टिप्पणियां:
डॉ. मोनिका शर्मा
30 जून 2011 को 11:42 am बजे
बहुत सुंदर
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बेनामी
1 जुलाई 2011 को 12:56 am बजे
अति सुंदर
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