शनिवार, 10 दिसंबर 2011

आज का चिंतन

इन मकानों, हवेलियों और ऊंचे ऊंचे महलों में अपने मन को मत लगा।  तेरे ऊपर बिन तोल मिट्टी पड़ेगी, तब वहाँ तेरा कोई मित्र नहीं होगा।    (संकलित)

3 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति| धन्यवाद|

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  2. उम्दा......... और इससे अवगत करवाने के लिए धन्यवाद |

    आपका मेरे ब्लॉग पर हार्दिक अभिनन्दन

    pliz join my blog........

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  3. बहुत सुन्दर प्रस्तुति| धन्यवाद

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