रविवार, 1 जुलाई 2012

आज का चिंतन

मैंने दार्शनिकता से सीखा है कि मैं वह सब कुछ बिना आदेश के करता हूँ जो आम लोग कानून के डर से करते हैं.
........अरस्तू

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