अक्सर मैं ऐसे बच्चे जो मुझे अपना साथ दे सकते हैं, के साथ हंसी-मजाक करता हूँ. जब तक एक इंसान अपने अन्दर के बच्चे को बचाए रख सकता है तभी तक जीवन उस अंधकारमयी छाया से दूर रह सकता है जो इंसान के माथे पर चिंता की रेखाएं छोड़ जाती है.
.......वल्लभभाई पटेल
.......वल्लभभाई पटेल
जवाब देंहटाएंइस ख़ूबसूरत पोस्ट के लिए बधाई स्वीकारें
कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें.
बहुत बढ़िया सद् वचन!
जवाब देंहटाएंबचपन उर्जा से भरा होता है ।
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