गुरुवार, 12 जुलाई 2012

आज का चिंतन

इतने भगवान और इतने धर्म, और इतनी घुमावदार राहें. सिर्फ़ करुणा की कला की ज़रूरत है इस दुखी संसार को.
.......एल्ला व्हीलर विलकौक्स (कवियत्री)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें